जब हम दुनिया के सबसे अमीर लोगों के बारे में सोचते हैं, तो Mukesh Ambani, Gautam Adani, Elon Musk और Jeff Bezos जैसे नाम सबसे पहले हमारे दिमाग में आते हैं। लेकिन यह जानकर आपको हैरानी होगी कि Ratan Tata इन सूचियों में शामिल नहीं हैं। इसके पीछे की वजह क्या है, आइए जानते हैं।
रतन टाटा की आर्थिक स्थिति
Ratan Tata को IIFL Wealth Hurun India Rich List 2022 में 421वां स्थान मिला है, जिनकी कुल संपत्ति ₹3,800 करोड़ है। यह 2021 में 433वें स्थान से एक सुधार है, जब उनकी कुल संपत्ति ₹3,500 करोड़ थी। उनकी अधिकांश संपत्ति Tata Sons से आती है, जो Tata Group की होल्डिंग कंपनी है।
परोपकार का महत्व
Ratan Tata के Forbes की सबसे अमीर लोगों की सूची में न होने की मुख्य वजह उनकी परोपकारिता है। टाटा अपने धन का बड़ा हिस्सा Tata Trusts के माध्यम से समाज के उत्थान के लिए लगाते हैं।
यह प्रक्रिया इस तरह काम करती है: Tata Sons, जो Tata Group के निवेशों का प्रबंधन करता है, अपने मुनाफे का 66% Tata Trusts को दान करता है। ये ट्रस्ट स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा, रोजगार सृजन और सांस्कृतिक परियोजनाओं जैसी आवश्यकताओं में धन का उपयोग करते हैं। रतन टाटा की प्राथमिकता अपने धन को बढ़ाने के बजाय, इसे समाज की भलाई के लिए लगाने की होती है।
टाटा की विरासत
Tata Group अपनी परोपकारी परंपरा और समाज के प्रति योगदान के लिए जाना जाता है। यह परंपरा इस बात को दर्शाती है कि असली संपत्ति केवल पैसे का इकट्ठा होना नहीं है, बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव लाने में भी है। रतन टाटा का परोपकार का दृष्टिकोण यह दिखाता है कि अमीरी का मतलब सिर्फ संपत्ति होना नहीं, बल्कि उसका सही उपयोग करना है।
निष्कर्ष
हालांकि Ratan Tata अमीरों की सूचियों में नजर नहीं आते, लेकिन उनकी असली संपत्ति उनके विशाल परोपकारी कार्यों और समाज के प्रति किए गए सकारात्मक योगदान में छिपी है। उनके प्रयास हमें यह सिखाते हैं कि असली दौलत समाज के विकास और बेहतरी में है, न कि सिर्फ व्यक्तिगत संपत्ति में।
Despite his business success, Ratan Tata isn’t on the world’s richest lists. Discover how his philanthropy and dedication to charitable work through Tata Trusts play a key role.