दिल्ली की राजनीति में एक नया अध्याय लिखते हुए अतिशी मार्लेना ने मुख्यमंत्री का पद संभाला है, वह अरविंद केजरीवाल की उत्तराधिकारी बनी हैं। इस पद पर काबिज होने वाली वह तीसरी महिला हैं, सुषमा स्वराज और शीला दीक्षित के बाद। विधायक से मुख्यमंत्री बनने तक का उनका सफर दिल्ली के प्रशासन में उनके गहरे अनुभव और लगन को दर्शाता है।
आम आदमी पार्टी (AAP) की प्रमुख नेता के रूप में अतिशी ने खासकर शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव लाए हैं। मुख्यमंत्री बनने से पहले, उन्होंने शिक्षा, वित्त, लोक निर्माण विभाग (PWD), और जनसंपर्क जैसे महत्वपूर्ण विभागों का कार्यभार संभाला, जिससे वह दिल्ली कैबिनेट की इकलौती महिला मंत्री बनीं। सेंट स्टीफन कॉलेज और ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से शिक्षा प्राप्त करने वाली अतिशी की प्रगतिशील सोच उनके नीतिगत फैसलों में साफ झलकती है।
अतिशी की कुल संपत्ति 1.41 करोड़ रुपये है, जिसमें मुख्यत: बैंक जमा जैसी पारंपरिक बचतें शामिल हैं। उनके सरल जीवन और समर्पण का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि उन्होंने अपने पति प्रवीण सिंह के साथ मिलकर मध्य प्रदेश में एक कम्यून की स्थापना की, जो गांवों के आत्म-निर्भर शासन और शिक्षा पर केंद्रित है।
दिल्ली की नई मुख्यमंत्री के रूप में अतिशी से उम्मीदें हैं कि वे शिक्षा और सामाजिक सुधारों में नए आयाम स्थापित करेंगी। उनका कार्यकाल राजधानी के राजनीतिक और विकासात्मक परिदृश्य में एक सकारात्मक बदलाव का संकेत देता है, जहां समावेशी विकास और नवाचार को प्रमुखता दी जाएगी।
Atishi Marlena has been appointed as the Chief Minister of Delhi, marking a significant milestone in her political journey. Known for her reforms in education and public services, she is only the third woman to hold this office.