इंदौर में स्थित और प्रकाश और प्रणव धांडेकर के नेतृत्व में विंग्स ईवी ने भारत की पहली इलेक्ट्रिक माइक्रोकार रॉबिन पेश की है। रॉबिन को पर्यावरण-अनुकूल और चलाने में आसान बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जो मोटरबाइकों के लिए एक स्वच्छ विकल्प प्रदान करता है।
लॉन्च और सुरक्षा
रॉबिन अप्रैल 2025 में बेंगलुरु में लॉन्च होगा। इसने ARAI पुणे द्वारा सुरक्षा परीक्षण पास कर लिया है और मौजूदा दो और तीन पहिया वाहनों की तुलना में अधिक सुरक्षित है। कंपनी की योजना पहले साल में 3,000 यूनिट बेचने की है और इसकी उत्पादन क्षमता 10,000 यूनिट है।
अनुसंधान एवं विस्तार
विंग्स ईवी ने बेंगलुरु में अनुसंधान और 300 से अधिक परीक्षण ड्राइव आयोजित किए। बेंगलुरु के बाद, रॉबिन 2025 के अंत में चेन्नई और हैदराबाद या पुणे में उपलब्ध होगा। जरूरत पड़ने पर कंपनी दक्षिणी भारत में एक उत्पादन इकाई खोल सकती है।
वेरिएंट और फीचर्स
रॉबिन तीन संस्करणों में आएगा:
मूल मॉडल: नॉन-एसी, 65 किमी रेंज, ₹2 लाख।
मध्य संस्करण: फैन, 90 किमी रेंज, ₹2.5 लाख।
प्रीमियम वैरिएंट: एसी, 90 किमी रेंज, सुरक्षा सुविधाएँ, ₹3 लाख।
उद्योग प्रभाव
प्रकाश ढांडेकर को उम्मीद है कि अगले 15-20 वर्षों में कई दोपहिया वाहन खरीदार माइक्रोकार पर स्विच कर देंगे। रॉबिन का ड्राइव-बाय-वायर सिस्टम उन्नत तकनीक और नवाचार को दर्शाता है।
विंग्स ईवी का लक्ष्य रॉबिन के साथ एक नया, टिकाऊ परिवहन विकल्प पेश करना है।
Wings EV is set to revolutionize Indian transportation with its electric microcar, Robin. Launching in Bengaluru in April 2025, Robin offers eco-friendly, compact, and safe commuting solutions with three variants to suit diverse needs.