रोज़ मजदूरी करके दो वक़्त का खाना जुटाने वाले लोगो के लिए कोविड और उसके बाद लॉकडाउन ने एक संकट की स्थिति उत्पन कर दी है ।लेकिन डिजाइनर और उद्यमी लक्ष्मी मेनन co veedu या सह घर के साथ इस कोविड से लड़ना सिखा रही हैं। कार्डबोर्ड से बना एक छोटा सा घर है co veedu जिसे लक्ष्मी ने डिजाइन किया है ।करुणा और सहयोग से भरा एक छोटा सा घर ।प्रतिदिन मुट्ठी भर चावल, दाल, चूड़ा, अनाज और फलियों को इसमें डाल दे ।हमारे पास जितना है उसका कुछ हिस्सा इस छोटे से घर को भी दे ।
इनमें से प्रत्येक एक स्नेह का प्रतीक है।जब यह लॉकडाउन खत्म हो जायेगा तब इस छोटे से घर में खाने की सामग्री काफी हो जाएगी ।यह निराश्रितों को दिया जा सकता है। जिस दिन लॉकडाउन की घोषणा की गई थी, उसी दिन लक्ष्मी ने दोस्तों के साथ अपने विचार को साझा किया और कई लोगो ने रूचि भी दिखाई ।कोविड बनाने की प्रक्रिया को लक्ष्मी ने नेट पर साँझा भी किया है ।इसके टेम्प्लेट को आप डाउनलोड भी कर सकते है।लॉकडाउन दिनों के दौरान घर पर रहने वालों के लिए co veedu बनाकर समय का सदुपयोग किया जा सकता है ।
बाढ़ के दिनों में, केरल के चेन्नामंगलम के लोगो के आँसुओ को ख़ुशी में बदल दिया चेकुट्टी गुड़िया(Chekutty, एक हस्तनिर्मित गुड़िया जो लगभग 600 बुनकरों के लिए आशा का प्रतीक बन गया है) उसके बाद बीज कलम और सड़क पर रहने वालों के लिए बिस्तर तैयार करने वाली लक्ष्मी सबसे अलग उद्यमी है ।लक्ष्मी ने अपने छोटे से घर का नाम कोविड या सह-घर दिया क्युकी इस घर का निर्माण कोवीड के दिनों में किया और सभी ने इसे पुरे दिल से स्वीकारा भी।