आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस उन्नत तकनीकों में अपना रास्ता बना रहा है।ए आई विभिन्न संगठनों का एक अभिन्न अंग बन गया है।ए आई ऐसे उदाहरणों पर सहायता के लिए आता है जहां सरलीकृत संचालन की आवश्यकता होती है।जेल प्रबंधन में ए आई काफी सहायक सिद्ध होगी , जहाँ कठोर और निरंतर सतर्कता की आवश्यकता है।उत्तर प्रदेश सरकार ने गुरुग्राम स्थित Staqu के साथ मिलकर AI- एनेलेटेड एनालिटिक्स प्लेटफॉर्म JARVIS शुरू किया है।JARVIS ऐसी पहली तकनीक है, जिसका उद्देश्य जेल की गतिविधियों पर नज़र रखकर राज्य की जेल सुविधाओं को बढ़ाना है।AI- पावर्ड वीडियो एनालिटिक्स अब मल्टी-पर्पज एनालिटिक्स के लिए 70 जेलों के 700 कैमरों के साथ लाइव है।
JARVIS वस्तु पहचान और वस्तु खोजक के संयोजन के रूप में काम करता है, जिसमें तलाशी , अनधिकृत पहुँच, भीड़ विश्लेषण, हिंसा, FR, कैमरा और घुसपैठ का पता लगाना शामिल है।ये प्लेटफार्म फुटेज का विश्लेषण करने के बाद पुलिस को कार्यवाई योग्य अंतर्दृष्टि प्रदान करेगा।एआई एंड फेशियल रिकॉग्निशन स्टार्टअप स्टैक को 2015 में स्थापित किया गया था।अब तक, इसने 1,100 से अधिक मामलों को सुलझाने में मदद की है।
स्टार्टअप वर्तमान में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बिहार, उत्तराखंड और तेलंगाना में आठ राज्य और यू टी पुलिस बलों के साथ काम कर रहा है।स्टैक ने इंडिया एंजल नेटवर्क से $ 650,000 जुटाए हैं। Staqu आगे अन्य सुरक्षा अनुप्रयोगों के लिए JARVIS का अनावरण करने के लिए काम कर रहा है।