घरेलू उपकरणों से लेकर रक्षा तकनीक तक, OEN इंडिया के इलेक्ट्रॉनिक उत्पाद विभिन्न उद्योगों को ऊर्जा और शक्ति प्रदान कर रहे हैं। 1960 में स्थापित यह कंपनी उस समय अस्तित्व में आई, जब वैश्विक इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग अपने शुरुआती चरण में था। आज, OEN इंडिया इलेक्ट्रो-मैकेनिकल घटकों के निर्माण में अग्रणी बन चुका है, जिसके ग्राहक दुनिया भर में फैले हैं—जिसमें रक्षा एजेंसियां और एयरोस्पेस कंपनियां भी शामिल हैं।
केरल के एर्नाकुलम में स्थित OEN इंडिया का वार्षिक कारोबार 300 करोड़ रुपये से अधिक है। यह कंपनी हमारे दैनिक जीवन में उपयोग होने वाले उपकरणों का अभिन्न हिस्सा बन चुकी है—चाहे वह एयर कंडीशनर हों, लिफ्ट, ऑटोमोबाइल संकेतक, वेपोराइज़र, टेलीफोन टावर या फिर UPS सिस्टम। यहां तक कि PSLV रॉकेट लॉन्च के दौरान ग्राउंड स्टेशन कंट्रोल सेंटर में भी OEN के हज़ारों रिले अहम भूमिका निभाते हैं। इसके उत्पाद रक्षा हेलीकॉप्टरों और टेलीकम्युनिकेशन सिस्टम्स में भी व्यापक रूप से इस्तेमाल होते हैं।
OEN इंडिया अपने अत्याधुनिक विनिर्माण संयंत्रों में करोड़ों रुपये की स्वचालित मशीनरी का उपयोग करता है, जहां 80% कर्मचारी महिलाएं हैं। यह कंपनी निरंतर नवाचार और अनुसंधान एवं विकास (R&D) में निवेश कर रही है ताकि बदलते इलेक्ट्रॉनिक्स बाजार में अपनी अग्रणी स्थिति बनाए रख सके।
1960 के दशक में, जब उद्यमिता अधिक लोकप्रिय नहीं थी और इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग वैश्विक स्तर पर अपनी प्रारंभिक अवस्था में था, तब OEN इंडिया ने अपने सफर की शुरुआत की। राज्य सरकार के सहयोग और रक्षा क्षेत्र से मिले ऑर्डर्स ने इसे एक मजबूत पब्लिक लिमिटेड कंपनी बनने में मदद की। आज, OEN इंडिया केरल का प्रमुख इलेक्ट्रॉनिक्स ब्रांड बन चुका है, जिसके उच्च-गुणवत्ता वाले उत्पाद वैश्विक स्तर पर प्रतिष्ठित ब्रांडों द्वारा उपयोग किए जाते हैं।
कंपनी की सफलता का एक बड़ा श्रेय इसकी नेतृत्व क्षमता को जाता है। केवल 23 वर्ष की उम्र में, पामेला एन मैथ्यू ने OEN इंडिया की बागडोर संभाली। अर्थशास्त्र और व्यवसाय प्रशासन में गहरी समझ रखने वाली इस महिला उद्यमी ने पिछले 50 वर्षों में इस कंपनी को एक करोड़ों की इंडस्ट्री में बदल दिया। OEN ने केरल से आगे बढ़ते हुए पुणे और बैंगलोर में भी अपनी विनिर्माण इकाइयां स्थापित की हैं। पामेला की बेटी, रूपा जॉर्ज, वर्तमान में कंपनी के परिचालन विभाग की प्रमुख हैं।
OEN इंडिया ने अपने संस्थापक के समर्पण और सरकार के समर्थन के बल पर भारत के ऑटोमोटिव उद्योग, विशेष रूप से रिले सिस्टम में, एक अपूरणीय पहचान बना ली है। यह न केवल केरल की अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाइयों तक ले गया है, बल्कि भारतीय इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र में भी अपनी अमिट छाप छोड़ी है।
Discover OEN India’s remarkable journey from a Kerala-based startup to a global leader in electro-mechanical components under Pamel Anna Mathew’s leadership.