IFSCs में घरेलू AIF वाले विदेशी निवेशकों को PAN की आवश्यकता नहीं है
इससे अनुपालन में आसानी होगी और विदेशी निवेश आकर्षक होगा
AIF भारत में स्थापित या निगमित किसी भी फंड को संदर्भित करता है
AIF, मुख्य रूप से श्रेणी I और II रियल एस्टेट और निजी इक्विटी पर ध्यान केंद्रित करते हुए HNI निवेशकों को आकर्षित करते हैं
यह कदम उच्च निवेश पुंजी लाएगा