कोरोना वायरस महामारी का मुकाबला करने के लिए दुनिया भर में नवाचारों और रोबोट समाधानों को शुरू किया जा रहा है,तो ऐसे में कन्नूर के इंजीनियरिंग छात्रों का एक समूह हमारे स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में एक बदलाव ला रहा है ।इन्होंने एक ऐसे रोबोट का निर्माण किया है जो रोगियों को दवा और भोजन वितरित करता है ।Nightingale-19″” नाम के रोबोट को कोविड चिकित्सा केंद्र बने , कन्नूर मेडिकल कॉलेज में तैनात किया गया है।आइसोलेटेड रोगियों ,चिकित्सा कर्मियों या फिर ज़रूरत पड़ने पर रोगियों के रिश्तेदारों से संवाद करने के लिए ये रोबोट सहायक है ।रोबोट राज्य के स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से बनाया गया है ।इस रोबोट की खासियत यह है कि इसे किसी के भी द्वारा बड़ी सरलता से संचालित किया जा सकता है।चिकित्सा कर्मियों के लिए सहायक बने इस रोबोट का निर्माण चेम्बेरी विमल ज्योति इंजीनियरिंग कॉलेज, के शिक्षकों और बीटेक छात्रों द्वारा किया गया है ।रिमोट-नियंत्रित रोबोट की पेलोड क्षमता 25 किलोग्राम है। एक बार में 15 लोगों तक भोजन ,दवा और पानी ले जा सकता है।रोबोट, जो एक किलोमीटर तक यात्रा कर सकता है, प्रत्येक कमरे में रोगियों तक पहुंच सकता है ।आने वाले दिनों में अधिक से अधिक लोग विदेशों से आएंगे ऐसे में नाइटिंगेल -19 एक बड़ी भूमिका निभाएगा ।आपातकालीन स्थिति के किये उपयुक्त रोबोट बनाने के लिए अन्य कॉलेजों के छात्रों को सक्षम बनाए की कोशिश कर रहे हैं कॉलेज के अधिकारी ।
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