कोचीन इंटीग्रेटेड स्टार्टअप कॉम्प्लेक्स में टेक युवाओं के एक समूह ने COVID 19 रोगियों के लिए एक respiratory assistance तैयार करने की कोशिश की है। केरल सरकार के सहयोग से केरल स्टार्टअप मिशन द्वारा प्रोटोटाइप का निर्माण किया गया है ।कोरोना रोगियों के चिकित्सा प्रणाली में सबसे बड़ी चुनौती पर्याप्त वेंटिलेटर की कमी है। हालांकि जल्दी से पूर्ण वेंटिलेटर का निर्माण करना संभव नहीं है, वैकल्पिक श्वसन सहायक उपकरण का प्रोटोटाइप रोगी के जीवन को बनाए रखने के लिए डिज़ाइन किया गया है।यदि देश वेंटिलेटर की कमी का सामना करता है, तो केरल द्वारा विकसित श्वसन सहायता एक बड़ी मदद होगी।
वेंटिलेटर अत्यंत आवश्यक
कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति की हालत तब ज़्यादा ख़राब हो जाती है जब वायरस फेफड़ों को संक्रमित कर देता है।फेफड़ों में फ्लूइड जमा होने की वजह से रोगी गंभीर स्थिति में पहुँच जाता है जिसे acute respiratory distress syndrome या ARDS कहा जाता है।और ऐसे में रोगी बेहोशी की स्थिति में पहुँच जाता है और उसे तुरंत ICU के वेंटीलेटर की आवश्यकता होती है ।आपातकाल की स्थिति में, चिकित्सा सहायता या वेंटिलेटर उपलब्ध ना हो तो रोगी की मृत्यु हो सकती है ।
यदि देश वेंटिलेटर की कमी का सामना करता है, तो केरल द्वारा विकसित Respiratory Assistance एक बड़ी मदद होगी।ओपन सोर्स होने के कारण, आप आसानी से कहीं भी इस मॉडल का निर्माण कर सकते हैं यह ध्यान देने योग्य है कि एक वेंटीलेटर की कीमत लाखो रूपए होती है वहीं Respiratory Assistance सिर्फ 8,000 रुपये में उपलब्ध है।ये चिकित्सा उपकरण निर्माताओं के लिए व्यावसायिक रूप से इसके निर्माण का मार्ग भी खोलता है।
मेडिकल टीम की सहायता के लिए एक नवाचार
केरल का यह नवाचार Covid19 से प्रभावित रोगियों के लिए जीवन बचाने और जीवन बचाने वाले चिकित्सा टीम के लिए एक महत्वपूर्ण सहायक होगा।मेडिकल स्टाफ ऑक्सीजन की मात्रा और श्वसन दर को नियंत्रित कर सकते हैं।संक्षेप में, COVID-19 के रोगियों को गैर-संक्रामक बनने और जीवन को बचाने में मदद करने के लिए मेडिकल टीम के काम का समर्थन करने के लिए ये वेंटिलेटर एक राष्ट्रव्यापी पहल है।
भारत जैसा देश, जो वेंटिलेटर सहित अपने 80% चिकित्सा उपकरणों का आयात करता है, कोरोना के संदर्भ में तत्काल घरेलू नवाचार और उत्पादन की आवश्यकता है।वर्तमान स्थिति में, देश में लगभग 70000 वेंटिलेटर की तत्काल आवश्यकता है।और ऐसे में केरला का ये अपना वेंटीलेटर एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है ।